LOGIHQ HAPPINESS MOVEMENT begins..........
Here is the first poem on coronavirus.
Written by RICHA PANDEY, a young housewife from POWAI, MUMBAI.
She is an M.A in HINDI aspiring to be a poet.
Here's RICHA's poem:
-----------कोरोना---------
Here is the first poem on coronavirus.
Written by RICHA PANDEY, a young housewife from POWAI, MUMBAI.
She is an M.A in HINDI aspiring to be a poet.
Here's RICHA's poem:
-----------कोरोना---------
हर घर
में यहीं नारा है,
कोरोना को हराना है।
इसने कैसा चक्कर चलाया,
बड़े बड़ों को घर में बैठाया,
अब इसको भी भागना है,
फिर से घूमने जाना है।
थाली से सब्जी गायब ,
मुंह से पान और मावा गायब,
महंगा दौर जमाना हैं,
फिर से पनीर पापड़ खाना है।
कोरोना को हराना है।।
कोरोना को हराना है।
इसने कैसा चक्कर चलाया,
बड़े बड़ों को घर में बैठाया,
अब इसको भी भागना है,
फिर से घूमने जाना है।
थाली से सब्जी गायब ,
मुंह से पान और मावा गायब,
महंगा दौर जमाना हैं,
फिर से पनीर पापड़ खाना है।
कोरोना को हराना है।।
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